राइबोसोम general Science Gk Questions in Hindi
यह RNA एवम प्रोटीन की बनी होती है। यह कोशिका का सबसे छोटा कोशीकांग है। यह प्रोटीन संश्लेषण के लिए उपर्युक्त स्थान प्रधान करती है अर्थात प्रोटीन का उत्पादन स्थल है। इस लिए इसे प्रोटीन की फैक्ट्री कहा जाता है।
युकैरियोटिक → कोशिकाओं में 80s राइबोसोम होते है।
प्रोकैरियोटिक → कोशिकाओं में 70s राइबोसोम होते है।
सबसे पहले प्लाडे ने राइबोसोम को देखा था।
जंतुओं में इसकी खोज → G.E प्लाडे (1953)
पादपों में → रॉबीन्सन और ब्राउन (1935)
1958 में राबर्ट ने इसका नाम रखा था।
नोट :- स्तनधारियों की लाल रक्त कणिकाओं में लाइसोसोम, राइबोसोम व अंतः द्रव्य जालिका (Endoplasmic reticulum) नहीं पाया जाता है।
वैक्योल
व्यर्थ पदार्थों को बाहर निकालने में सहायक होते है।
तारककाय (Centrosome) Science Gk
इसकी खोज बाबरी ने की थी यह केवल जंतु कोशीकाओं में पाया जाता है। तारककाय के अंदर एक या दो कण जैसी रचना होती है जिसे centriole कहते है। समसुत्री विभाजन में यह ध्रुव का निर्माण करता है।
DNA → De – OXY – ribo – Nuclic – acid
DNA में 2 De – Oxy – ribose शुगर होती है।
DNA की खोज वॉटसन और क्रिक ने की थी।
DNA का Double Helix Structure वॉटसन और क्रिक ने 1953 में प्रतिपादित किया।
इस काम के लिए उन्हें 1962 में नोबेल पुरुस्कार मिला था।
नोट :- DNA अधिक मात्रा में केंद्रक में माइटोकांड्रिया तथा क्लोरोप्लास्ट में पाया जाता है।
DNA पोलिन्युकिलोटाइड होते है।
DNA 2 प्रकार का होता है।
प्यूरिन → एडिनिन, गुआनीन
प्यूरिमिडीन → थाइमिन, साईटोसिन
A = T , G = C ( एडिनिन, थाइमिन से 2 हाईड्रोजन आबंध से तथा गुआनिन, साइटोसिन से 3 हाईड्रोजन आब्ंध से जुड़ा होता है।
DNA के कार्य
यह सभी आनुवांशिकी क्रियाओं का संचालन करता है जीन इसकी इकाई होती है। यह प्रोटीन संश्लेषण को नियंत्रित करता है।
RNA → Ribo – Nuclic – acid
RNA में राइबोस शुगर होती है। इसकी खोज वॉटसन और आर्थर ने की थी।
DNA से ही RNA का संश्लेषण होता है।
↓
DNA से DNA formation (बनना) → Replication या Duplication
DNA से RNA → Transcription
RNA से DNA → Reverse Transcription
DNA → RNA → प्रोटीन → Translation
प्रोटीन बनने की अंतिम क्रिया → Translation
RNA में नाइट्रोजन Base थाइमिन के स्थान पर यूरेसिल होता है।
RNA तीन प्रकार के होते है।
m-RNA → (messenger RNA) → केंद्रक के बाहर विभिन्न आदेश लेकर अमीनों अम्लों को चुनने में मदद करता है।
t-RNA (Transfer RNA) → यह प्रोटीन संश्लेषण में विभिन्न प्रकार के अमीनों अम्लों को राइबोसोम पर लाते है जहां प्रोटीन बनता है।
r-RNA (Ribosomal RNA) → ये राइबोसोम पर लगे होते है और प्रोटीन संश्लेषण में सहायता करते है।
कोशिका 2 प्रकार की होती है ।
प्रोकैरियोटिक कोशिका | यूकैरियोटिक कोशिका। |
हिस्टोन प्रोटीन और क्रोमैटिन | ✓ |
राइबोसोम 70s | राइबोसोम 80s |
x गालगिकॉय | ✓ |
x लाइसोसोम | ✓ |
x centriole | ✓ |
x माइटोकॉण्ड्रिया | ✓ |
प्रकाश संश्लेषण थायलेकाइड में श्वसन प्लाज्मा की झिल्ली द्वारा कोशिका विभाजन अर्द्धसूत्री | प्रकाश संश्लेषण क्लोरोप्लास्ट में श्वसन द्वारा कोशिका विभाजन अर्द्धसूत्री और समसूत्री |
जीवाणुओं और नील हरित शैवालों में प्रोकैरियोटिक कोशिकाएं होती है।
सर्वप्रथम कोशिका विभाजन 1855 में वीर चाऊ ने देखा था।
कोशिका में विभाजन 3 प्रकार से होता है।
- असुत्री (anitosis)
- समसूत्री (mitosis)
- अर्द्धसूत्री (meiosis)
असुत्री (anitosis) → जीवाणु, नील हरित शैवालों, यिस्ट, अमीबा, प्रोटोजोआ आदि में असुत्री विभाजन होता है।
समसूत्री (mitosis) → खोज → वाल्थेर फ्लेमिंग (1879) 1882 में इसे माइटोसिस नाम दिया गया। समसुत्री विभाजन की पश्चावस्था (anaphase) सबसे छोटी होती है। यह केवल 2 – 3 मिनट में समाप्त हो जाती है।
Prophase (सबसे बड़ी होती है)
अर्द्धसूत्री (meiosis) → यह विभाजन जनन कोशिकाओं में होता है।
इसकी खोज Wiseman, परन्तु सर्वप्रथम अध्ययन 1882 में स्ट्रासबर्गर ने किया था। फार्मर और मुरे ने अर्द्धसूत्री विभाजन को meiosis नाम दिया था।