Interesting facts: भारत के आद्यात्मिक इंजीनियर की ताकत” एक बार विश्वेश्वरैया जी ट्रेन से कही जा रहे थे। ट्रेन में बहुत लोग बैठे थे। वो मिलकर अंग्रेजी में बात कर रहे थे और विश्वेश्वरैया जी का मजाक उड़ा रहे थे।
विश्वेश्वरैया जी आँखें बंद करके ध्यान करते हुए ट्रेन में बैठे थे। अचानक उन्होंने आँखें खोली और चिल्लाने लगे “ट्रेन रोको” और उन्होंने ट्रेन की चेन खिंच दी। ट्रेन का मास्टरऔर कुछ लोग आए और बोले-किसने खिंची चेन? विश्वेश्वरैया जी बोले- अगर मैं चेन नहीं खिंचता तो सैकड़ो लोग मारे जाते । जहाँ ये ट्रेन खड़ी है उससे 220 गज आगे जाकर के देखो ट्रेन की पटरी उखड़ी हुई है।
कई लोग ट्रेन से उतरे और आगे जाकर देखे तो ठीक 220 ग़ज़ की दूरी पर ट्रेन की पटरी उखड़ी हुई थी। सबकी बुध्दि घूम गई। लोगों ने पूछा चलती ट्रेन के अंदर बैठे हुए तुमने ये कैसे जान लिया?
विश्वेश्वरैया जी बोले- मेरा ध्यान ट्रेन की गति पर था। ट्रेन की आवाज़ में बदलाब आया और बदलाव की गति को मैं समझ गया की कोई खरता है। उनके सटीक मापदंड और ध्यान की इस ताकत देखते हुए लोगों ने ‘पूछा आप कौन है? तो उन्होंने बतायामैं एक इंजीनियर हूँ मेरा नाम विश्वेश्वरैयाहै । विश्वेश्वरैया जी की वजह से ट्रेन में सैकड़ो लोगों की जान बची।
यही थे आधुनिक भारत के महान इंजीनियर सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या । जिन्हें इंजीनियरिंग का जनक कहा गया। हर साल विश्वेश्वरैया जी के जन्मदिन को इंजीनियर दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
ऐसे महान व्यक्तित्त्व के बारे में हर किसी को पता होना चाहिए। इस पोस्ट को शेयर करना आपकी जिम्मेदारी है। ऐसी और पोस्टों के लिए तुरंत follow करें।
Q हर साल इंजीनियर दिवस किस तारीख को मनाया जाता है?
Ans 15 सितंबर
Q इंजीनियरिंग का जनक किसे कहा जाता है?
Ans इंजीनियर सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या जी को
Q विश्वेश्वरैया जी के जन्मदिन को किस रूप में मनाया जाता है?
Ans इंजीनियर दिवस रूप में